आज का लेख थोड़ा लम्बा होने वाला है तो अगर आप अपने दिन के 15-20 मिनट भी इसमें नहीं देना चाहते के आपके देश में क्या हो रहा है और इसे कौन लूट रहा है तो ये आप के लिए नहीं है जाइये और ऑस्ट्रेलिया पर भारत के जीत का जश्न मनाये और कमसे कम इतना चेक कीजिये के इसपर किन मंत्रियो ने ट्वीट किया है वैसे ही जैसे पाकिस्तान के ऊपर जीत में कर के माहौल बनाया जाता रहा है। अगर कोई ये कहे के आप ये राजनीति का खेल नहीं समझते तो मैं नहीं मानता, आप अच्छी तरह समझते है और इसे पूरा सपोर्ट कर खुशियाँ भी मनाते हैं। चलिए छोड़िये इसपर और किसी दिन ये आज का विषय नहीं है। 

भारत ने भूतकाल से वर्तमानकाल तक अपना रक्षा किया है और आगे भी करने की छमता रखता है।  भारत कल भी महान था और आज भी है ये हमलोग ही है जिसने इसे पुराने और नए भारत में बाँट दिया है क्यों के ये आज के राजनीति को सूट करता है। भारत अपने दोस्तों की गलतियों को माफ़ करना और दुश्मन की आँखे निकालना जानता है। किसी भी देश को अपने दुश्मन से लड़ने के लिए सशक्त सेना की आवश्यकता होती है न की The Great Khali को प्रधानमंत्री बनाने की ? अगर एक अंडर वेट नागरिक भी देश का प्रधानमंत्री बने तो उसके पावर में कोई कमी नहीं आती। इंदिरा गाँधी लेडी प्रधानमंत्री थी फिर भी उन्होंने पकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे। भारत तब भी घर में घुस कर मारने की शक्ति रखता था और मारता भी था। अगर आपके हिसाब से पुराना भारत शक्तिशाली नहीं था तो देश को आज़ादी पुराने भारत ने ही दिलाई थी आज के नहीं। तब किसी ने ऐसे नहीं लिखा था ये देश है वीर जवानो का अलबेलो का मस्तानो का। पर गोदी मीडिया ने आपके ऊपर ऐसा खेल खेला है और आपके मस्तिष्क पर ऐसा कब्जा जमाया है के आपको लगता है के 2014 से पहले भारत में कुछ हुआ ही नहीं। तब भारत जैसे भारत नहीं नेपाल हो।  

गोदी मीडिया ने आपके साथ क्या किया है इसे समझने के लिए ज्यादा दूर जाने की आवश्यकता नहीं बल्कि अभी कुछ दिन पहले ही आपने जो 3.5 महीने के सुशांत सिंह राजपूत के कवरेज को देख कर कुछ 4-5 चैंनलों के मालिक के इकनोमिक को बूस्ट किया है उससे समझ सकते हैं या फिर जमात इस्लामी ने भारत में कैसे कोरोना फैलाया उसपे गोदी मीडिया के कार्यकर्मो का अध्ययन करके लगा सकते हैं। शायद जानते तो सभी लोग हैं के गोदी मीडिया का सरकार से क्या सम्बन्ध रहा है और अंदर ही अंदर इसे सपोर्ट भी खूब करते होंगे ? वरना अर्नब का 2 दिन के लिए जेल जाना और बीजेपी के सारे नेताओ का ट्वीट करना कोई छिपी बात तो नहीं। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी सारे केस को छोड़ अर्नब में जो तत्परता दिखाई ऐसा लगा जैसे अर्नब नहीं किसी देश का प्रधानमंत्री बंद हो ? मानो सारा देश रुक गया हो। ड्राइवर कह रहा हो अर्नब जेल में है मालिक मैं आपको ऑफिस नहीं छोड़ सकता। दुकानदार अपने ग्राहकों से कह रहे हो अर्नब जेल में है मैं आपको अनाज नहीं दे सकता। किसान कह रहे हो खेती करना छोड़ दूंगा, सेना कह रही हो सीमा छोड़ देगी इत्यादि इत्यादि। 

अब जब अर्नब का कथित व्हाट्सप्प चैट लीक हुआ तो भी गोदी मीडिया में सन्नटा सा है। क्यों के गोदी मीडिया में कोई एक अर्नब नहीं है बल्कि कोई छोटा अर्नब है तो कोई बड़ा अर्नब। एक अर्नब दूसरे अर्नब के बारे में कैसे बोल सकता है। चैट में तो जेटली जी तक को नहीं छोड़ा गया मतलब जो अपने के अपने न हो सके वो आपके अपने क्या होंगे। इस भ्रान्ति को आप जितना जल्दी निकाल पाएंगे उतना आपके और देश के लिए बेहतर होगा। अब आप ही देख लें चैट में कितनी संवेदनशील बाते हुई हैं जैसे बालाकोट का अर्नब को पहले से पता होना या कश्मीर में 370 का हट जाना। BARC के CEO से अर्नब ऐसे बात करते हैं जैसे अर्नब ही सरकार हों, PMO में नौकरी दिलाने की बात ऐसी है जैसे PMO के मालिक वो ही हों। चैट में राठौड़ जी से लेकर नायडू जी तक की बात है। दोनों BJP शासनकाल में मंत्री रह चुके है। चैट से लगभग ये भी साफ़ होता है के बालाकोट जैसे इलेक्शन जीतने के लिए किया गया हो अगर ये सच है तो ज़रा सोचिये आप भारत को कहाँ से कहाँ ले आये हैं ? इसमें की गयी बाते कितनी गंभीर है और कितने बड़े बड़े नाम है के आप भी जानते है इसकी जांच होना संभव नहीं वरना अब तक सरकार की सारी एजेंसियाँ अर्नब के घर पर पहुंच गयी होती ? 

आप ज़रा सोचिये अर्नब अगर गोदी मीडिया के अंग नहीं होते बल्कि यूँ कहिये के अंग-धड़-सर नहीं होते तो अब तक CBI, ED, NIA उनके घर पर होती और देश के सभी राज्यों में 100 से अधिक केस दर्ज़ कर दिए गए होते? गोदी मीडिया चिल्ला चिल्ला कर देशद्रोही बता रहा होता और आप घर पर बैठ चाय की चुस्की के साथ पकिस्तान भेजने की बात कर रहे होते ? पर हम सभी को पता है के अर्नब पर कोई करवाई नहीं होगी क्यों के अर्नब ने अपने जवाब में कह दिया है के ये बाते उस समय कॉमन थी और सबको पता थी। अब आप याद कीजिये के क्या आप भी जानते थे ? और साथ में अर्नब ने जय माता दी और जय हिन्द भी लिखा है जिसके कहने से आप देश के कानून से ऊपर और देशभक्त हो जाते हैं ? अब निर्णय आपको करना है अर्नब देशभक्त है या देशद्रोही ? कार्रवाई होनी चाहिए या नहीं ? बाकी चैट में की गयी बातचीत की अधिक जानकारी के लिए आप नीचे लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं।

https://www.youtube.com/watch?v=EE2Y_ad4bQc&t=790s